Option Buying करें या Option Selling | ऑप्शन बाइंग और सेलिंग में अंतर

Option Buying vs Option Selling Hindi , ऑप्शन बाइंग अच्छा है या फिर ऑप्शन सेलिंग , फायदा किसमें हैं ऑप्शन सेलिंग या फिर बाइंग में , ऑप्शन बाइंग और सेलिंग में क्या अंतर है ? Option Buying vs Option Selling which is best – शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत अच्छा ऑप्शन हैं । लेकिन इसके लिए आपको ऑप्शन Buying और ऑप्शन Selling क्या है ये जानना जरूरी हैं ।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको Option Buying और Option Selling के फायदे-नुकसान , ऑप्शन बाइंग और सेलिंग में क्या अंतर है और ऑप्शन कौन सा खरीदे buying या selling इन सबकी जानकारी देने वाले है । तो चलिए जानते है ऑप्शन Buying और Selling क्या है –

Table of Contents

Option Buying Vs Option Selling Hindi

अधिकतर लोग सिर्फ Option Buying करते हैं जबकि कुछ प्रतिशत लोग Option Selling करते हैं । क्योंकि ऑप्शन buying में आप बहुत कम पैसों से स्टार्ट कर सकते हैं जबकि ऑप्शन Selling में आपको शुरुआत करने के लिए अधिक पैसा चाहिए ।

ऑप्शन Buying की शुरुआत आप सिर्फ 100 से कर सकते हैं । आपको यह बता दे कि ऑप्शन Selling में आपके जितने के चांस 70% होती है जबकि ऑप्शन Buyer में सिर्फ 30% होता है। फिर भी ज्यादातर लोग ऑप्शन Buyer है ना कि ऑप्शन Seller ।

ऑप्शन Seller में आपको बिग कैपिटल यानी बड़ी पूंजी के साथ शेयर करना होता है इसलिए आप इसमें ज्यादा पैसा कमाते हैं जबकि ऑप्शन Buyer में एक छोटे अमाउंट के साथ आप ट्रेडिंग कर सकते हैं और इसी कारण से अधिकतर लोग ऑप्शन Trading में नुकसान है करते हैं।

Option Buying और Option Selling में अंतर यह है कि Option Buying आपको स्ट्राइक प्राइस पर कोई Call या Put ऑप्शन को खरीदने का अधिकार देता है जबकि Option Selling आपको ऑप्शंस को बेचने का अधिकर देता है। मतलब ऑप्शन Buyer ऑप्शंस को खरीदता है जबकि ऑप्शन Seller ऑप्शन्स को बेचता है।

Option Buying और Option Selling दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। लेकिन आपको बता दें कि एक डेटा के अनुसार इंडिया में 95% Option Buyer ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा गंवाते हैं और केवल 5% ऑप्शन Buyer ही पैसा कमाते हैं।

इसके विपरीत, 95% Option Seller ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा कमाते हैं और केवल 5% ऑप्शन Buyers को ही ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान होता है। मतलब Option Buying में नुकसान के बावजूद भी अधिकतर लोग सिर्फ Option Buying ही करते हैं ना कि Option Selling इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि Option Buying को आप कम पैसे से शुरू कर सकते हैं।

Option Trading ऑप्शन Buyer और Sellers के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट जैसा काम करती है जो कि किसी निश्चित एक्सपायरी डेट का होता है। अगर आप कोई ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं तो यह आपको किसी निश्चित समय पर या उसके अंदर Underlying Asset खरीदने का अधिकार देता है।

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ऑप्शन बाइंग फायदेमंद हैं या सेलिंग ? ( Is option buying profitable or selling )

अब आपके मन में सवाल आया होगा कि ऑप्शन Buying बेहतर या फिर Selling । मतलब की आपको ऑप्शन बाइंग करना चाहिए या फिर ऑप्शन सेलिंग । इसका जवाब हैं कि आपको ज्यादा पैसा कमाना हैं तो ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करें Option Selling में और यही आपके लिए बेस्ट हैं लेकिन कम पैसों और कम समय मे ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं तो आपको Buying करना चाहिए ।

ऑप्शन बाइंग करने के लिए आपको कम पैसों की जरूरत पड़ती है और Option Selling करने के लिए आपको अधिक कैपिटल की जरूरत पड़ती है इसलिए अगर आपके पास कम पूंजी है तो आप ऑप्शन बाइंग से शुरुआत कर सकते हैं और अगर ज्यादा पैसा है तो Option Selling करना शुरू कर सकते हैं।

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ऑप्शन बाइंग करें या सेलिंग ? ( Buying or selling option )

ज्यादातर ऑप्शन ट्रेडर्स अपनी शुरुआत ऑप्शन बाइंग से करते हैं क्योंकि ऑप्शन Buying में कम कैपिटल की जरूरत पड़ती है लेकिन धीरे-धीरे जब उन्हें ऑप्शन ट्रेडिंग का अनुभव होता जाता है तो वह Option Selling करना स्टार्ट कर देते हैं ।

ऑप्शन बाइंग करना है या Option Selling करना है यह पूरी तरह आपके ऊपर डिपेंड करता है जैसे कि –

  • आप कितना रिस्क लेना चाहते हैं
  • आप ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना अनुभव है
  • आपके पास ट्रेडिंग के लिए कितना पैसा है
  • आपको ऑप्शन खरीदने से प्रॉफिट हो रहा है या ऑप्शन बेचने से
  • कौन कौन से ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी आपके लिए प्रॉफिटेबल है
  • ऑप्शन खरीदर या ऑप्शन विक्रेता दोनों में से आप क्या बनना चाहते हैं ?

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको ऑप्शन बायर बनना है या ऑप्शन सेलर यह आप पहले अच्छे से डिसाइड कर लें उसके बाद ही शुरुआत करें कि आप ऑप्शन Buying में जाना चाहते हो या Option Selling ।

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ऑप्शन बाइंग और सेलिंग में बेहतर कौन हैं ? ( Option Buying vs Option Selling which is best )

जो शेयर मार्केट में नए हैं और ट्रेडिंग करना चाहते हैं उनके लिए ऑप्शन Buying अच्छा है क्योंकि ऑप्शन बाइंग में आप बहुत कम पैसों से शुरुआत कर सकते हैं। लेकिन आपको ऑप्शन ट्रेडिंग का थोड़ा बहुत एक्सपीरियंस है तो आपके लिए Option Selling करना बेस्ट रहेगा।

ऑप्शन Buying में जब आप ऑप्शन को खरीदते है तो आपको केवल उसके प्रीमियम के पैसे देने पड़ते है जिसका प्राइस बहुत कम होता हैं ।

उदाहरण के लिए मान लो कि एशियन पेंट का शेयर प्राइस 2000 रुपए है और आपको लगता है कि 1 हफ्ते से पहले यह 2100 हो तक पहुंच जाएगा तो इस समय आप एशियन पेंट का कॉल ऑप्शन खरीद सकते हैं जिसकी कीमत सिर्फ 40 या ₹50 होगी।

लेकिन अगर एक हफ्ते से पहले शेयर का प्राइस ₹2100 तक नहीं पहुंचा तो ऐसे में आपको ₹40 का नुकसान होगा। मतलब आपने प्रीमियम के लिए जितना पैसा दिया था उतना आपको नुकसान उठाना पड़ेगा।

परंतु अगर एक हफ्ते से पहले एशियन पेंट का शेयर प्राइस ₹21 तक चला जाता है तो आपको उतना ही प्रॉफिट होगा।

Option Selling में अगर एशियन पेंट का प्राइस नहीं बढ़ता है तो ऑप्शन सेलर को ₹40 का प्रॉफिट होता है जबकि दूसरी स्थिति में शेयर प्राइस बढ़ने पर ऑप्शन सेलर को नुकसान होगा।

अगर एशियन पेंट का शेयर प्राइस अचानक से बहुत बढ़ जाए तो ऑप्शन buyer के द्वारा खरीदे गए कॉल ऑप्शन प्रीमियम की कीमत अचानक से बढ़ जाएंगी। प्रीमियम की कीमत जितनी ज्यादा बढ़ती है उतना ज्यादा ऑप्शन Seller को नुकसान होता है।

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क्या ऑप्शन बाइंग से ऑप्शन सेलिंग अच्छा है ? ( Is option selling better than option buying )

अब यह सवाल आता है कि ऑप्शन buying अच्छा है या ऑप्शन सेलिंग । इसके लिए आपको ऑप्शन ट्रेडिंग का बेसिक्स पता होना चाहिए अगर आपको ट्रेडिंग की Basic बातें नहीं पता होगी तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि ऑप्शन बायर अच्छा है या ऑप्शन सेलर।

जब एक बार आपको बेसिक क्लियर हो जाएगा तो आपको यह सोचना नहीं पड़ेगा कि आपको ऑप्शन Buying करना है ऑप्शन Selling क्योंकि जब तक आप को ऑप्शन ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल ही नहीं पता होगी तब तक आप ना तो ऑप्शन Buying ठीक से कर पाएंगे और ना ही ऑप्शन सेलिंग।

ऑप्शन ट्रेडिंग में आप Beginner है तो आपको पहले Option Buying ही करना चाहिए क्योंकि इसमें कम पैसों की जरूरत पड़ती हैं । जब आपको ऑप्शन Buying करते हुए एक्सपीरियंस हो जाये तो आप Option Selling स्टार्ट कर सकते हैं क्योंकि इसमें कैपिटल ज्यादा लगता हैं और रिस्क भी ज्यादा होता हैं ।

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कॉल-पुट ऑप्शन्स खरीदना चाहिए या बेचना ? ( Should I buy or sell call-put options? )

Call और Put ऑप्शंस को खरीदना या बेचना मार्केट कंडीशन के ऊपर निर्भर करता है।

अगर आप एक Option Buyer हैं और आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आपको Call ऑप्शन खरीदना चाहिए और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आपको Put ऑप्शन खरीदना चाहिए।

लेकिन अगर आप एक Option Seller हैं और आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आपको Put ऑप्शन बेचना चाहिए और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आपको Call ऑप्शन बेचना चाहिए।

मतलब कि Option Buying में मार्केट बढ़ने पर Call ऑप्शन Buy करना चाहिए और Option Selling में मार्केट बढ़ने पर Put ऑप्शन Sell करना चाहिए। Call ऑप्शन को बेचना या Put ऑप्शन को खरीदना यह दोनों ही काम आप तब करते हैं जब आपको मार्केट गिरने की उम्मीद होती है।

आपको बता दें कि Call ऑप्शन को Sell करने में आपको ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ेगी जबकि को Put ऑप्शन Buy करने में कम पैसों की जरूरत होगी।

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FAQ Checklist

कॉल-पुट ऑप्शन्स खरीदना चाहिए या बेचना ?

अगर आप एक Option Buyer हैं और आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आपको Call ऑप्शन खरीदना चाहिए और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आपको Put ऑप्शन खरीदना चाहिए।

क्या ऑप्शन बाइंग से ऑप्शन सेलिंग अच्छा है ?

ऑप्शन ट्रेडिंग में आप Beginner है तो आपको पहले Option Buying ही करना चाहिए क्योंकि इसमें कम पैसों की जरूरत पड़ती हैं । जब आपको ऑप्शन Buying करते हुए एक्सपीरियंस हो जाये तो आप Option Selling स्टार्ट कर सकते हैं क्योंकि इसमें कैपिटल ज्यादा लगता हैं और रिस्क भी ज्यादा होता हैं ।

ऑप्शन बाइंग और ऑप्शन सेलिंग में क्या अंतर है ?

अधिकतर लोग सिर्फ Option Buying करते हैं जबकि कुछ प्रतिशत लोग Option Selling करते हैं । क्योंकि ऑप्शन buying में आप बहुत कम पैसों से स्टार्ट कर सकते हैं जबकि Option Selling में आपको शुरुआत करने के लिए अधिक पैसा चाहिए ।

ऑप्शन बाइंग फायदेमंद हैं या ऑप्शन सेलिंग ?

आपको ज्यादा पैसा कमाना हैं तो ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करें Option Selling में और यही आपके लिए बेस्ट हैं लेकिन कम पैसों और कम समय मे ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं तो आपको Buying करना चाहिए ।

ऑप्शन बाइंग करें या ऑप्शन सेलिंग ?

ज्यादातर ऑप्शन ट्रेडर्स अपनी शुरुआत ऑप्शन बाइंग से करते हैं क्योंकि ऑप्शन Buying में कम कैपिटल की जरूरत पड़ती है लेकिन धीरे-धीरे जब उन्हें ऑप्शन ट्रेडिंग का अनुभव होता जाता है तो वह Option Selling करना स्टार्ट कर देते हैं ।

क्या ऑप्शन बाइंग से ऑप्शन सेलिंग अच्छा है ?

ऑप्शन ट्रेडिंग में आप Beginner है तो आपको पहले Option Buying ही करना चाहिए क्योंकि इसमें कम पैसों की जरूरत पड़ती हैं । जब आपको ऑप्शन Buying करते हुए एक्सपीरियंस हो जाये तो आप Option Selling स्टार्ट कर सकते हैं क्योंकि इसमें कैपिटल ज्यादा लगता हैं और रिस्क भी ज्यादा होता हैं ।

ऑप्शन सेलिंग ज्यादा प्रॉफिटेबल कैसे है?

Option Selling में स्टॉक के उस दिशा में जाने से तो आपको प्रॉफिट होता ही है जिस दिशा में आपने दाव लगाया है लेकिन ऑप्शन विक्रेता को तब भी प्रॉफिट होता है जब स्टॉक ना तो ऊपर जाता है और ना ही नीचे। मतलब जब शेयर की कीमत बढ़ती या घटती नहीं है तो Option Selling में प्रॉफिट होता है।

ऑप्शन सेलर क्या होता है?

ऑप्शन सेलिंग का अर्थ होता है ऑप्शंस (कॉल और पुट) को बेचना या राइट करना. Option selling को ऑप्शन राइटिंग (option writing) भी कहा जाता है। 

ऑप्शन बेचना महंगा क्यों है?

यदि शेयर की कीमत कॉल ऑप्शन के स्ट्राइक मूल्य से अधिक हो जाती है, तो विक्रेता को हाजिर बाजार मूल्य और उसके स्ट्राइक मूल्य के बीच का अंतर खो देगा। उत्पन्न होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई के लिए , अधिकांश विकल्प विक्रेता उच्च लागत वसूलते हैं।

कॉल या पुट बेचना बेहतर है?

यदि आप अस्थिरता में वृद्धि के लिए खेल रहे हैं, तो पुट विकल्प खरीदना बेहतर विकल्प है। हालाँकि, यदि आप अस्थिरता कम होने पर दांव लगा रहे हैं तो कॉल विकल्प बेचना बेहतर विकल्प है।

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